जीवन की बागडोर को खुद सम्भालो Jivan ki baagdor ko khud sambhaalow
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Corporate Author: | |
Format: | Book |
Language: | English |
Published: |
Hyderabaad:
के. रामाकृष्णा बुकलिंक्स कारपोरशन
2010
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Subjects: | |
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MARC
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082 | |2 21 st ed. |a H 658.314 |b GOE/J | ||
100 | |a गोयल, रामकुमार |e द्वारा: | ||
110 | |a संस्थापक एवं चैयरमेन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर एसोसिएटेड रोड कर्रिएर्स लिमीटेड कार्पोरेटेड ऑफिस | ||
245 | |a जीवन की बागडोर को खुद सम्भालो |b Jivan ki baagdor ko khud sambhaalow | ||
260 | |a Hyderabaad: |b के. रामाकृष्णा बुकलिंक्स कारपोरशन |c 2010 | ||
300 | |a 164p. | ||
500 | |a सौजन्य से :- सूरज पब्लिक वेलफेयर ट्रस्ट | ||
653 | |a जीवन की बागडोर, |a स्वयं को जानो, |a आत्मज्ञान, |a डर, आंतरिक शक्ति , |a वर्तमान मे जियें, |a आंतरिक शक्ति , |a ईश्वर, समाज सेवा, सुख और शांति, असंभव - संवभव् , उन्नति, उत्साह, |a असंभव - संवभव् , उन्नति, उत्साह, |a परिवर्तन , | ||
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