बेदखल
सार्थ
अविनश्वर
बहता पानी
जो मन टूटा आपना
बेचारा शरीफ इंसान
ग़बन
चल खुसरो घर आपने
तट की खोज
मामला आगे बढ़ेगा अभी
प्रेमाश्रम
सेवासदन
परिणीता
बड़ी दीदी
सेतु
रक्तकुंड : (कुरुदि पुनल)
सागरी पताका : (हिन्दी का प्रथम ग्लोबल उपन्यास)
केरलीयों की हिन्दी को देंन
अंधेरे बंद कमरे
चोटी की पकड़