गुरदयाल सिंह
| birth_place = | death_date =| death_place | occupation = | nationality = भारतीय | language = पंजाबी | period = | genre = उपन्यास | subject = | movement = | notableworks = मढ़ी दा दीवा | प्रभाव डालने वाला = | प्रभावित = | signature = | website = | module = | मुख्य काम =''मढ़ी दा दीवा'' (1964), अंधे घोड़े का दान ([[Punjabi:ਅੰਨ੍ਹੇ ਘੋੜੇ ਦਾ ਦਾਨ]] }} गुरदयाल सिंह(10 जनवरी 1933 - 16 अगस्त 2016) एक पंजाबी साहित्यकार थे जो उपन्यास और कहानी लेखक थे। इन्हें 1999 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपनी प्रथम कहानी ''भागों वाले '' प्रो.मोहन सिंह के साहित्य मैगजीन पंज दरिया में प्रकाशित की थी। उनके पंजाबी साहित्य में आने से पंजाबी उपन्यास में बुनियादी तबदीली आई थी।उनके उपन्यास ''मढ़ी दा दीवा'' , [[अंधे घोड़े का दान का सभी पंजाबी भाषाओँ में अनुवाद हो चुक्का है और इन की कहाँनीयों पर अधारत फ़िल्में भी बनी हैं। विकिपीडिया द्वारा प्रदान किया गया