सत्यप्रकाश सरस्वती
डॉ सत्यप्रकाश सरस्वती (२४ सितम्बर १९०५ - १८ जनवरी १९९५) भारत के रसायनविद्, आध्यात्मिक-धार्मिक चिन्तक, लेखक और वक्ता थे। स्वमी जी आर्य समाज के प्रसिद्ध वैदिक विद्वानों में अग्रणी थे। उन्होने जीवन का अधिकांश भाग इलाहाबाद विश्वविद्यालय में रसायन-विभाग के अध्यक्ष के रूप में बिताया। जीवन के उत्तरार्ध को उन्होने रघुवंशी राजाओं की भांति सामाजिक जागरण, लोकोपकार तथा ग्रन्थ-लेखन में व्यतीत किया।स्वामी सत्यप्रकाश सरस्वती का व्यक्तित्व अनेक अद्भुत विशिष्टताओं से संपन्न था। उन्हें 'विज्ञान, धर्म और साहित्य की त्रिवेणी' ठीक ही कहा गया है। सभी विशेषताएं एक साथ एक ही व्यक्ति में बहुत कम देखने में आती हैं। स्वामी जी विविध विषयों पर प्रभावी ढंग से सारगर्भित व्याख्यान देने में अपने समय में अद्भुत थे। चारों वेदों के अंग्रेजी भाष्य की रचना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है। विकिपीडिया द्वारा प्रदान किया गया